आशाधाम आश्रम में बिशप स्वामी जोसेफ पातालील की स्मृति में तीन दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता का हुआ समापन
राजस्थान धड़कन न्यूज योगेश जोशी उदयपुर आशा धाम आश्रम में संस्थापिका सिस्टर डेमियन की अध्यक्षता में बिशप स्वामी जोसेफ पातालील की स्मृति में विमंदित लाभार्थियों के साथ तीन दिवसीय (13 से 15 अप्रैल) खेलकूद प्रतियोगिता का समापन किया गया कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रचलित कर प्रार्थना गीत तथा फादर लिब्यूनस द्वारा प्रार्थना करवाने के साथ किया गया साथ ही सिस्टर डेमियन द्वारा अतिथियों का स्वागत उपर्णा पहना कर किया गया कार्यक्रम के विशिष्ट स्थिति रहे एडवोकेट निर्मल पंडित ने अपने संबोधन में कार्यक्रम के समापन पर सभी को बधाई दी तथा बताया कि आश्रम में रहने वाले सभी दिव्यांगजन इस प्रतियोगिता से बहुत खुश रहे हैं और हमने देखा कि इनकी खेल भावना बहुत ही रोचक लगी है और यह लोग किसी को कोई पता नहीं है कि कौन किस स्थान से है और किस परिवार से है इनका कोई आपसी संपर्क नहीं होने के बावजूद भी यह सब एक साथ रहकर आपस में सहयोग करते हैं तथा एक दूसरे की सहायता करते हुए शांति से आपस में रहते हैं इनका कोई निजी स्वार्थ नहीं है साथ ही सिस्टर डेमियन को कार्यक्रम के लिए बधाई दी कार्यक्रम के मुख्य अतिथि चेतना भाटी पुलिस उप अधीक्षक उदयपुर रहे उन्होंने अपने संबोधन में बताया कि आश्रम में रहने वाले दिव्यांगजन के साथ जो खेलकूद प्रतियोगिता रखी गई वह एक अद्भुत है लोग इन्हें विमंदित मानते हैं किंतु इन लोगों को भी खुश होने का अधिकार है यह हमने खेलकूद प्रतियोगिता के दौरान देखा है तथा यह भी अच्छी सोच रखते हैं इन्हें भी जीवन जीने का पूरा अधिकार है उनकी सहायता करना हमारा परम कर्तव्य बनता है साथ ही संस्थापिका सिस्टर डेमियन को इस प्रतियोगिता को सफल बनाने के लिए धन्यवाद और आभार व्यक्त किया साथ ही प्रतियोगिता में भाग लेने वाले विजेताओं को पारितोषिक पुलिस उप अधीक्षक चेतना भाटी की तरफ से प्रदान किया गया सिस्टर सीना जॉन ने बताया कि इन तीन दिवसीय खेलकूद प्रतियोगिता के अंतर्गत विमंदित लाभार्थी महिला पुरुष के साथ नींबू रेस, बाल्टी में बाॅल डालना, बोतल मे पानी भरना, जंपिंग दौड़, बाॅल पासिंग, सूई में धागा पिरोना, रस्सा कशी आदि प्रतियोगिताएं करवाई गई प्रतियोगिता के अंतर्गत प्रथम, द्वितीय और तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले लाभार्थियों को इनाम वितरण किया गया कार्यक्रम के अंतर्गत नृत्य और गीत प्रस्तुत किए गए कार्यक्रम के अंत में धन्यवाद संस्थापिका सिस्टर डेमियन द्वारा दिया गया कार्यक्रम का संचालन सिस्टर सीना जॉन और डॉ. लेनी नागदा द्वारा किया गया।