नेशनल हाई-वे 52 कोटा-झालावाड़ मार्ग पर दरा में लगने वाले जाम में एंबुलेंस फंसने से मरीज की मौत, लोकसभा अध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री आते हैं इस क्षेत्र से
राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी क्षेत्र से कोटा जाने वालों को 10 से 12 घंटे तक जाम में फंसना पड़ रहा है जिससे कोटा के लिए रैफर मरीज को अस्पताल तक भी नहीं पहुंच पा रहे हैं और कई लोग अब तक इस जाम की वजह से दम तोड चुके हैं ऐसा ही एक मामला रविवार को देखने को मिला जब नेशनल हाइवे 52 कोटा-झालावाड़ मार्ग पर दरा में लगने वाला जाम जानलेवा हो गया है रविवार को जाम में एंबुलेंस फंसने से एक जने को समय पर उपचार नहीं मिला अस्पताल पहुंचते-पहुंचते उसने दम तोड़ दिया जाम के कारण वापस शव लाने के लिए भी मशक्कत करनी पड़ी इस पर परिजनों ने आक्रोश जताया है खैराबाद निवासी अमीन टेलर (55) पुत्र अब्दुल – गफूर को सुबह सीने में दर्द होने पर परिजन उन्हें रामगंजमंडी शहर के अस्पताल लेकर पहुंचे जहां पर डॉक्टर ने जांच के बाद दिल का दौरा बताते हुए तुरंत कोटा रेफर कर दिया इस पर परिजन एंबुलेंस से उन्हें लेकर कोटा के लिए रवाना हुए लेकिन दरा में लंबा जाम लगा हुआ था इससे एंबुलेंस को भी रास्ता नहीं मिल सका दरा से निकलने में एंबुलेंस को करीब दो घंटे का समय लग गया इससे अमीन की तबीयत और बिगड़ गई एंबुलेंस जैसे ही कोटा के निजी अस्पताल में पहुंची तो गेट पर ही अमीन ने दम तोड़ दिया डॉक्टर ने जांच के बाद उन्हें मृत घोषित कर दिया वहां से शव को वापस एंबुलेंस से लेकर रवाना हुए तो एंबुलेंस को खेड़ली चेचट होकर खैराबाद लाया गया रामगंजमंडी
शहर में टेलर का काम करने वाले मृतक के भाई मुस्तकीम ने बताया कि यहां से जब अमीन को रेफर किया गया तब ज्यादा तबीयत खराब नहीं थी लेकिन जाम में फंसे रहने के दौरान तबीयत और बिगड़ गई यदि जाम में नहीं फंसते तो समय पर उपचार मिल जाता इससे अमीन की जान बच सकती थी अमीन के दो पुत्र व एक पुत्री हैं अमीन खैराबाद में ही टेलर का काम कर परिवार का गुजारा करते थे उनके बड़े भाई अब्दुल हकीम की भी करीब 10 महीने पहले दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई थी
*एंबुलेंस फंसने से पहले भी हो चुकी मरीजों की मौत*
कोटा झालावाड़ नेशनल हाईवे पर गत माह एक गंभीर मरीज को झालावाड़ से लेकर कोटा जा रही एक एंबुलेंस भी जाम में फंस गई थी जाम में फंसने से मरीज को समय पर उपचार नहीं मिला और उसने दम तोड़ दिया था इससे पहले भी खिमच निवासी मरीज की जाम में फंसने की वजह से समय पर उपचार नहीं मिलने से दम तोड़ दिया था
*आखिर क्यों मौन है जिम्मेदार*
कोटा झालावाड़ नेशनल हाईवे बनने के बाद जहां एक और सरकार लोगों को सुविधा दी वहीं उनके लिए सबसे बड़ी आफत खड़ी कर दी दारा नाल की पुलिया एट लाइन के ट्रैफिक बढ़ाने के बाद लोगों को कोटा जाने के लिए 10 से 12 घंटे तक जाम में फसना पड़ रहा है क्षेत्र के विधायक राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और इस संसदीय क्षेत्र से आने वाले सांसद लोक सभा स्पीकर होने के बाद भी लोग अब पूछ रहे हैं कि कब तक हम अपनों को खोते रहेंगे
*आखिर क्यों चुप हैं विपक्ष के नेता*
नेशनल हाईवे जाम में फंसने से अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है लेकिन विपक्ष में बैठे लोग भी अपनी भूमिका निभाने से क्यों कतरा रहे हैं