13 बार असफल होने के बाद पूरे राजस्थान में वरिष्ठ अध्यापक भर्ती (संस्कृत विभाग) में 11वीं रैंक प्राप्त कर किया नाम रोशन
राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी क्षेत्र के बुरनखेड़ी निवासी लालचंद सुथार के सरकारी शिक्षक बनने पर ग्राम वासियों द्वारा स्वागत किया गया जानकारी के लिए बता दें लालचंद सुथार के पिता एक मजदूर है गरीब परिवार में जन्मे लालचंद सुथार बचपन से ही सरकारी विद्यालय में पढ़ा है उन्होंने बचपन से एक सरकारी शिक्षक बनने का सपना देखा और गरीबी और अभावों की जिंदगी में ये सपना पूरा किया क्योंकि पारिवारिक स्थिति ठीक नहीं होने से उन्हें पढ़ाई के लिए बेहतर सुविधाएं नहीं मिल पाई लेकिन वो सरकारी विद्यालय में पढ़कर भी सबसे मेधावी विद्यार्थी रहे इसलिए उन्होंने निरंतर पढ़ाई की इस दौरान उनके जीवन में अनेक कठिन परिस्थितियां आई बहुत सी बार तो उन्हें अपनी पढ़ाई के लिए खुद मजदूरी करनी पड़ी और पैसे जुटाए और जैसे तैसे उन्होंने 2015 में बी एड की और शिक्षक भर्ती की तैयारी शुरू कर दी लेकिन एक ओबीसी केटेगरी होने के कारण शिक्षक भर्ती में कंपीटिशन बहुत था वो हर बार 1 या 2 अंकों से शिक्षक बनने से चूक जाते मगर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और लगभग 13 बार असफल होने के बाद आखिर मैं सफल हो गय उन्हें पूरे राजस्थान में वरिष्ठ अध्यापक भर्ती (संस्कृत विभाग) में 11 रैंक प्राप्त की और एक प्रधानाध्यापक के पद पर नियुक्त किया हु उन्होंने बातचीत में बताया मेरे गरीब माता पिता तथा मेरे गांव के लिए गौरव का पल था क्योंकि मैं जहां कही भी जाता था सब यही कहते थे कि तुम एक दिन जरूर सफल होंगे और आज मै मेरे गांव के लोगों के द्वारा सम्मानित हो रहा हूं ये मेरे लिए अदभुत क्षण है इसके लिए मै गांव का आभारी हूं मेरी सफलता से मेरे गांव के युवा साथियों को एक प्रेरणा मिलेगी और वे भी भविष्य में जरूर सफल हो सकेंगे