दरा जाम का मामला पहुंचा कोर्ट परियोजना निदेशक सहित चार को नोटिस, मौत का जाम शीर्षक के माध्यम से राजस्थान धड़कन न्यूज़ भी उठा चुका है दरा जाम का मामला
राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी कोटा झालावाड़ नेशनल हाईवे पर लगातार जाम होने से जन समस्याओं के प्रति शासन प्रशासन की उदासीनता- लापरवाही को झकझोरने के लिए कोटा हाड़ोती के जागरूक नागरिक अब अदालत का रुख करने लगे हैं जाम में एम्बुलेंस फंसने से अब तक हुई मौत के बाद अदालत ने संज्ञान लिया है कोटा जिले के दरा- नाल में आए दिन लगने वाले ट्रैफिक जाम की गंभीर समस्या अब कोर्ट में पहुंच गई है इस जानलेवा जाम से मुक्ति के लिए अदालत से गुहार लगाई है जाम में एम्बुलेंस फंसने की घटनाओं के कारण सात माह में चार मरीजों की मौत हो चुकी है हालांकि कोटा बूंदी सांसद लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भी जाम से लोगों को राहत के लिए अपने स्तर पर प्रयास शुरू किए हैं जाम से लोगों को शीघ्र राहत पहुंचाने की मांग से संबंधित जनहित याचिका कोटा की स्थाई लोक अदालत में दाखिल की गई है इस पर अदालत ने राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक जिला कलेक्टर कोटा ग्रामीण एसपी एवं कोटा पश्चिम मध्य रेलवे कोटा के मंडल रेल प्रबंधक को नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब किया है याचिका पर सुनवाई 24 फरवरी को होगी एडवोकेट लोकेश कुमार सैनी पत्रकार जगदीश अरविंद एवं स्वतंत्र पत्रकार धर्म बंधु आर्य ने अपनी याचिका में कहा कि बजट घोषणा के बाद भी नेशनल हाईवे 52 पर कोटा – झालावाड़ के बीच दरा घाटी में एक और रेलवे अंडर ब्रिज बनाने का कार्य प्रारंभ नहीं हुआ है जबकि इसके लिए 16 करोड़ रुपए का बजट भी मंजूर हो चुका है दरा नाल में पल-पल लगने वाला जाम जानलेवा साबित हो रहा है लोग परेशान हैं दिल्ली मुंबई – एक्सप्रेस वे से सफर प्रारंभ होने के बाद यातायात का दबाव बढ़ चुका है इस कारण जाम की समस्या और गंभीर हो चुकी है याचिका में बताया कि 9 फरवरी को जाम में एंबुलेंस फंसने से एक मरीज की अकाल मौत हो चुकी है इस कारण दरा घाटी में जाम से निजात दिलाया जाना जनहित में अति आवश्यक हो गया है भटवाड़ा सड़क मार्ग को ठीक करने का इस पर से एक्सप्रेस-वे के यातायात को निकालना अति आवश्यक है इससे दरा नाल से गुजरने वाले यातायात में कुछ कमी अवश्य आएगी पुरानी पुलिया के वैकल्पिक मार्ग को खोला जाना आवश्यक है जिसमें छोटे एवं हल्के वाहनों की आवाजाही सुगमता से होगी आमजन को राहत मिलेगी प्रयागराज दिल्ली एवं अन्य राज्यों से आने वाले वाहनों को सीमलिया बारां झालावाड़ एमपी मार्ग से डायवर्ट भी किया जाना आवश्यक है
*जाम अब तक चार मरीजों की मौत हो चुकी*
याचिकाकर्ताओं ने याचिका में बताया कि दरा घाटी में जाम लगने से 7 महीने में एंबुलेंस फंसने से चार मरीजों की अकाल मौत हो चुकी है नेशनल हाईवे 52 पर दरा कमल पुरा क्षेत्र में जाम एवं यातायात की समस्या रहती है ऐसे में दरा एवं कमलपुरा के दोनों और ट्रैफिक को 15-15 मिनट के अंतराल में निकाला जाना आवश्यक है जिससे वाहनों की आवाजाही में बाधकता कम होगी फोरलेन वाले ट्रैफिक को जाम से बचने के लिए वाया भटवाड़ा चेचट रोड डायवर्ट किया जाना और कोटा की ओर आने वाले भारी वाहनों को रावतभाटा मार्ग से निकाला जाना अति आवश्यक है पुलिस विभाग को 40 टन की एक बड़ी क्रेन और एक छोटी क्रेन रेलवे अंडर ब्रिज के पास उपलब्ध करवाया जाना अति आवश्यक है जाम प्रबंधन के लिए पर्याप्त होमगार्ड मोटरसाइकिल सवार पुलिस जवान और वायरलेस हैंडसेट भी होना आवश्यक है नेशनल हाईवे को स्प्रिंग बेरिकेडिंग, पीवीसी बैरिकेडिंग, रिफ्लेक्टर रेडियम और नो ओवर टेकिंग इन दिस जोन बोर्ड लगाना भी अति आवश्यक है जाम में एंबुलेंस नहीं फंस पाए आवाजाही पर पूरा फोकस किया जाए