जिला कलक्टर ने लांच किया वोटर क्यू मैनेजमेंट सिस्टम , उदयपुर लोकसभा क्षेत्र के 300 बूथों पर मिलेगी अब वोटिंग के समय कतार की जानकारी
राजस्थान धड़कन न्यूज योगेश जोशी उदयपुर लोकसभा आम चुनाव – 2024 में आमजन की सुविधा के लिए भारत निर्वाचन आयोग और राजस्थान निर्वाचन विभाग की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं इसी क्रम में अब मतदाताओं को अपने मतदान केंद्र पर वोटिंग के दौरान कतार की स्थिति भी घर बैठे पता चल सकेगी और वे अपनी सुविधानुसार बूथ पर जाकर मतदान कर सकेंगे ताकि उन्हें वहां ज्यादा देर तक इंतजार नहीं करना पड़े आईटी विभाग के सहयोग उदयपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए तैयार विशेष वेब रेस्पोरेंस एप वोटर क्यू मैनेजमेंट सिस्टम को गुरुवार को जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला कलक्टर अरविन्द पोसवाल ने प्रमुख सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर की उपस्थिति में लांच किया जिला निर्वाचन अधिकारी पोसवाल ने बताया कि यह एप मतदाताओं के लिए बहुत अधिक सहायक सिद्ध होगा इसकी मदद से मतदाता अपने बूथ पर कतार की स्थिति की जानकारी ले सकेंगे पोसवाल ने सभी सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर से उक्त एप की जानकारी अधिक से अधिक लोग तक पहुंचाने में सहयोग की अपील की इस दौरान एनआईसी के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक डॉ मजहर हुसैन, सोशल मीडिया प्रकोष्ठ प्रभारी डीओआईटी संयुक्त निदेशक शीतल अग्रवाल, सह प्रभारी एपीआरओ विनय सोमपुरा सहित सभी सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर्स उपस्थित रहे
ऐसे कर सकते हैं उपयोग
एनआईसी के वरिष्ठ तकनीकी निदेशक डॉ मजहर हुसैन ने बताया कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत लांच वेब एप्लीकेशन वोटर क्यू मैनेजमेंट सिस्टम का लिंक डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू डॉट ई-नगर डॉट कॉम स्लेश वीक्यूएमएस https://www.e-nagar.com/vqms रहेगा लिंक पर क्लिक करने पर एक वेब पेज खुलेगा मतदाता को वेब पेज पर “बूथ में कतार की स्थिति जांचें“ पर क्लिक करना होगा मतदाता द्वारा संबंधित विधानसभा का चयन करने उपरांत मतदान केन्द्र का इन्द्राज कर कतार में खड़े मतदाताओं की संख्या की जानकारी मिल जाएगी बी.एल.ओ. द्वारा संबंधित मतदान केन्द्र पर भीड़ की स्थिति एक निश्चित अन्तराल में वेब एप्लीकेषन पर अपडेट की जाएगी जिसे आमजन अपने मोबाइल पर आसानी से देख पाएंगे उदयपुर लोकसभा क्षेत्र में उदयपुर शहर एवं उदयपुर ग्रामीण विधानसभाओं के शहरी क्षेत्रों के करीब 300 मतदान केन्द्रों के मतदाताओं को यह सुविधा प्राप्त होगी इसके उपयोग करने के लिए बूथ लेवल अधिकारी (बी.एल.ओ.) को प्रशिक्षण दिया जा रहा है