ईश्वरीय राखी बांध आत्मा को पवित्र बनाने की दिलाई प्रतिज्ञा
राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी के ब्रह्माकुमारी सेवाकेंद्र की बहनों द्वारा हर साल की तरह इस बार भी रक्षाबंधन का पवित्र पर्व मनाया गया ये ब्रह्माकुमारी बहनें इस त्योहार को कई दिनों पहले से मनाती है जगह जगह जाकर सभी को ये ईश्वरीय रक्षा सूत्र बांधती और ईश्वरीय संदेश देती है जिससे लोगों में जागरूकता आती है। इस बार पोस्ट ऑफिस के पोस्ट मास्टर जीशान अली व अन्य कर्मचारी, पुराने गवर्नमेंट हॉस्पिटल की लोक प्रोग्राम ऑफिसर आरती शर्मा व अन्य कर्मचारी, रेल्वे पुलिस के सीनियर ऑफिसर धर्मवीर सिंह चौधरी, शुक्ला जी व अन्य पुलिसकर्मी ,रेल्वे में कार्यरत प्रकाश चंद मीना(स्टेशन मैनेजर), मोहित सिंह (बाबू), शकुंतला जी (आरक्षण बाबू), नवीन शर्मा (बाबू) तेज़मल मीना(स्टेशन मास्टर), ब्रज सिंह मीना (स्टेशन मास्टर) व अन्य रेल्वे कर्मचारियों सहित, जल सेवादल के कर्मचारियों को भी उनके स्थानों पर जाकर रक्षासूत्र बांधा व ईश्वरी सौगात दी उन्हें राजयोग मेडिटेशन सीखने हेतु आमंत्रित भी किया । इतना ही नहीं सभी को राजयोग मेडिटेशन से जीवन में होने वाले अनेक लाभ भी बताए। इन ब्रह्माकुमारी बहनो ने अलग अलग स्थानों पर जाकर लोगों को जागरूक तो किया ही साथ ही साथ सेवा केंद्र पर भी रक्षाबंधन का सुंदर कार्यक्रम आयोजित किया। जिसमें ब्रह्माकुमारी संस्था के कोटा संभाग की प्रभारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी उर्मिला, व उनके साथ ब्रह्माकुमारी ज्योति(वल्लभ नगर), ब्रह्माकुमारी प्रीति (कोटा स्टेशन सेंटर), व ब्रह्माकुमारी कविता भी पधारे जिनका स्वागत गीत और पुष्पों के द्वारा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी शीतल और ब्रह्माकुमारी जागृति द्वारा किया गया। इस रक्षाबंधन कार्यक्रम की शुरुआत परमात्मा को भोग स्वीकार करवाकर हुई। जिसे ब्रह्माकुमारी बहनों द्वारा पूरी शुद्धता और पवित्रता से बनाया गया। इसके पश्चात कन्याओं ने राखी से जुड़े कुछ आध्यात्मिक नृत्यों की प्रस्तुति दी। इसके बाद ब्रह्माकुमारी उर्मिला दीदी ने रक्षाबंधन का बहुत सुंदर महत्व बताते हुए कहा की ” ये रक्षाबंधन सिर्फ भाई और बहन का त्योहार नही है बल्कि आत्म और परमात्मा के मिलन का त्योहार है जब परमात्म नियमों के बंधन में हम स्वयं को बांध लेते है तभी हमारी रक्षा स्वयं परमात्मा करता है जिसे रक्षाबंधन का जाता है एक भाई अपनी बहन की रक्षा करने के लिए हमेशा नहीं आ सकता क्योंकि वो इस शरीर के बंधन में बंधा हुआ है हां वो बहन के पास है तो रक्षा कर लेगा लेकिन दूर है तो वो चाहकर भी रक्षा नहीं कर पाता लेकिन परमात्मा सदैव हमारी रक्षा करने किसी भी रूप में आ सकता है इसलिए इस ईश्वरीय रक्षासूत्र के साथ सभी ईश्वरीय मर्यादाओं में अपने जीवन को बांध लेंगे तो सदा सुरक्षित रह सकेंगे।” इतना ही नहीं माउंट आबू में स्थित ब्रह्माकुमारी संस्था के मुख्यालय से आई हुई विशेष राखी व संस्थान की मुख्य प्रशाषिका दादी रतनमोहिनी जी द्वारा भेजा गया ईश्वरीय संदेश और उनके आशीर्वचन भी सुनाए। साथ ही सभी लोगों को प्रतिज्ञा करवाई की “इस रक्षाबंधन पर हम परमात्मा से प्रतिज्ञा करते है की अपनी आत्मा को पवित्र बनाकर अपने पुराने संस्कारों (आदतों) को बदलेंगे और ईश्वरीय गुणों को अपने अंदर धारण करेंगे।” ब्रह्माकुमारी प्रीति ने अपने शब्दों में सभी को रक्षाबंधन की बधाई दी। रामगजमंडी केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी शीतल ने सभी पधारी हुई ब्रह्माकुमारी बहनों का आभार व्यक्त किया और साथ ही उपस्थित भाई बहनों को रक्षाबंधन पर्व का महत्व समझते हुए कहा की “सभी इस ईश्वरीय रक्षासूत्र को हमेशा अपनी कलाई पर बांधकर रखें क्योंकि यह आपकी हमेशा रक्षा करेगा और इसे देखकर आपको हमेशा भगवान की याद आयेगी।” इसके बाद अंत में सभी कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को ब्रह्माकुमारी उर्मिला द्वारा ईश्वरीय रक्षासूत्र बांधा गया जो विशेष माउंटआबू से मंगवाए गए थे जिनके ऊपर निराकार परमपिता परमात्मा शिव का चित्र बना हुआ था और साथ ही ईश्वरीय प्रसाद भी दिया गया