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April 18, 2025
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राधाकृष्ण मिलन (महारास )से रुक्मिणी विवाह प्रसंग में आनंद बरसा..

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राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी गायत्री शक्तिपीठ पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा में आज व्यास नीलम जी शास्त्री ने गोवर्धन धारण इंद्र मानमर्दन श्री राधाकृष्ण मिलन गौचारण गोपगोपियों के साथ अनेक प्रेम लीलाएं सुनाते हुए कहा कि भगवान प्रेम के वशीभूत होते है लेकिन जब गोपियों को अहंकार हुआ कि कृष्ण मेरे ही हैं तो श्रीकृष्ण अंतर्धान हो गए तब विरह में तड़पकर गोपियां रोने लगी जिसे गोपी गीत नाम से जाना जाता है बाद में मथुरा के लिए रवाना हुए तो बृजवासी ही नहीं बल्कि बृज की लतापताएं जीव-जंतु गाएं -बछड़े गोपियां ग्वाल मां यशोदा नंदबाबा सब विलाप करने लगे कृष्ण ने आश्वासन दिया मथुरा आकर रजक उद्धार दर्जी माली तथा कुब्जा पर कृपा करके कंश वध कथा सुनाई फिर गुरुकुल में अध्ययन कर जरासंध इत्यादि से युद्ध कर भगवान रणछोड़ बने और द्वारकाधीश बने तब भगवान ने रुक्मिणी के प्रेम निवेदन को स्वीकार कर विवाह किया झांकी में श्रीकृष्ण रुक्मिणी का कन्यादान किया जिसमें महिलाओं और भक्तों ने मगन होकर नृत्य किया कल कथा के विश्राम दिवस पर यज्ञ पूर्णाहुति सुदामा चरित तथा सारांश सुनाया जाएगा 🙏🏽


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