वन्यजीव प्रेमी पदम सिंह राठौड़ को मिली डॉक्टरेड उपाधि
राजस्थान धड़कन न्यूज योगेश जोशी उदयपुर वन्यजीव प्रेमी पदम सिंह राठौड़ को डॉक्टरेड की डिग्री से नवाजा गया ये डॉक्टरेड़ उनको 29 सालो से सरीसृपों के संरक्षण ,सुरक्षा, बचाव और पुनर्वास के कार्यक्रम को संचालित करने के साथ तेंदुवे और पेंगोलिन के संरक्षण की राजस्थान में अनूठी पहल करने के लिए दी गई है राठौड़ द्वारा जीवों को बचाने हेतु पाँच बार भारत यात्रा का प्रतिनिधित्व किया जिसमें राजस्थान ही नही वरण समूचे भारत मे इथिकल रेस्क्यू की अलख जगाने वाले राजस्थान के पहले वन्यजीव प्रेमी है इन्होंने अपने संस्था का प्रतिनिधित्व करते हुए आज तक पचास हजार से भी ज्यादा जीवो को बचाया है एवम नेवले आदि जीव के बालो से बनने वाले ब्रशों का विरोध करते हुए इनको बन्द करने हेतु मुहिम चलाई और पेराकीट तोते ,कछुवे आदि के पालने वालो के लिए विरुद्ध भी अभियान चलाया जिसके कारण लोगो मे जागरूकता आई और इनको पालना काफी हद तक कम किया