रामगंजमंडी उण्डवा समस्या समाधान शिविर में शिक्षा मंत्री के निर्देश पर दिव्यांगों को मिला ऋण
राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी उण्डवा में शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर ने शुक्रवार को सरकार आपके द्वार समस्या समाधान शिविर के तहत रामगंजमंडी क्षेत्र के ग्राम उण्डवा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में जनसुनवाई की शिविर में क्षेत्रवासी अपनी समस्याओं को लेकर पहुंचे और शिक्षा मंत्री के निर्देश पर अधिकारियों ने उनकी समस्याओं का समाधान किया
*तहसीलदार को दिए रास्ता खुलवाने के निर्देश*
ग्राम ऊंडवा निवासी खेमराज व मदन लाल ने शिकायत देकर मांग की कि उनके खाते व कब्जे की काश्त भूमि पर आने जाने का रास्ता कायम था जिस पर चतुर्भुज ने अतिक्रमण कर लिया और सरकारी खाते की जमीन पर सोयाबीन की फसल जमीन पर बो दी। शिक्षा मंत्री सोमवार तक कार्यवाही कर फरियादी को राहत दिलाने के निर्देश तहसीलदार को दिए।
_*दो दिव्यांगों को स्वरोजगार के लिए मिला ऋण*_
समस्या समाधान शिविर में रोज़गार की आस लेकर पहुंचे दो दिव्यांगों को शिक्षा मंत्री ने तुरंत राहत देते हुए राजस्थान दिव्यांग वर्ग वित्त एवं विकास सहकारी निगम लिमिटेड कोटा से आवेदन भरवा कर तुरंत ऋण स्वीकृत करवाया। दिव्यांग विकास पुत्र युधिष्ठिर के दिव्यांग सबल योजना में 2 लाख 20 हजार रुपए का ऋण ई-मित्र खोलने के लिए स्वीकृत हुए जिसमें 1 लाख 32 हजार रुपए तुरंत विकास के खाते में आ गए विकास के दोनों हाथ नहीं है
इसी प्रकार मनोज कुमार को कच्ची घाणी व किराना की दुकान लगाने के लिए दिव्यांग सबल योजना में 2 लाख 20 हजार रुपए स्वीकृत हुए जिसमें से 1 लाख 32 हजार रुपए तुरंत उसके खाते में ट्रांसफर कर दिए गए दोनों दिव्यांगों ने शिक्षा मंत्री का आभार प्रकट किया
शिक्षा मंत्री के निर्देश पर शिविर में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी स्कीम के अंतर्गत मौके पर ही बालमुकुंद तथा रोड़ी बाई को जॉब कार्ड बनवाकर दिए गए
_*मंत्री ने कहा बूढ़ी मां का सम्मान करो*_
समस्या समाधान शिविर में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर से वृद्धा रूपा बाई ने फरियाद की कि उनका बेटा और बहू उनकी सेवा नहीं करते उनके हिस्से की 2 बीघा जमीन भी हड़प ली है और रोटी भी नहीं दे रहे पति की मृत्यु के बाद स्थिति बहुत खराब हो गई है बेटा-बहू मुझे गाली देते हैं। मेरी बड़ी बेटी को मिलने भी नहीं आने देते मेरा इलाज भी नहीं करवाते और विधवा पेंशन के 1100 रुपए आते हैं वो भी खुद रख लेते हैं।
शिक्षा मंत्री ने वृद्धा के बेटे पीरूलाल और उसकी पत्नी को बुलाकर समझाया कि ये तुम्हारी मां है इसका सम्मान करो। इसने तुमको पैदा किया है, बचपन में तुम्हारी हर इच्छा पूरी की है और अब जब ये बूढ़ी और बेसहारा हो गई है तो बेटे का फर्ज है कि मां की सेवा करे शिक्षा मंत्री ने उनसे हाथ जोड़ कर अनुरोध किया कि अपनी मां का अपमान मत करो उनकी सेवा करो समझाइश के बाद बेटा-बहू ने भरोसा दिलाया कि अब वे रूपा बाई की सेवा करेंगे।