साईबर टीम द्वारा महिने की पांचवी बडी कार्यवाही , साईबर ठगी करने वाले शातिर गैंग के सदस्यों को किया गिरफतार
राजस्थान धड़कन न्यूज योगेश जोशी सलूंबर दिनांक 14 अप्रैल को प्रार्थीया मिनाक्षी शर्मा पुलिस अधीक्षक कार्यालय जिला सलूम्बर में एक लिखित रिपोर्ट पेश कि, जिसमें प्रार्थीया द्वारा बताया गया कि, मुझे टेलीग्राम पर वर्क फ्रॉम हॉम के माध्यम से अलग-अलग टास्क दिये गये, जिसमें मेरे द्वारा पहले रुपये लगाये गये, टास्क पुरा होने पर मुझे मुनाफा सहित राशी प्राप्त होनी थी, मगर मुझे धोखे में रख मेरे खाते से 5,58,000 रुपये हडप कर मेरे साथ धोखाधडी की गयी है, उक्त रिपोर्ट पर साईबर सेल द्वारा जांच की जाकर घटना की पुष्टी की गयी तथा त्वरित कार्यवाही करते हुए प्रार्थीया के 1,30,000 राशी को हॉल्ड करवायी गयी, उक्त मामले को लेकर पुलिस थाना झल्लारा पर प्रकरण दर्ज हो अग्रीम जांच वीना लोट पुलिस निरीक्षक के जिम्मे की गयी, जिले में हो रहे साईबर अपराध की रोकथाम व अपराधियों की धरपकड हेतु पुलिस टीम का गठन किया गया, उक्त टीम द्वारा तकनीकी साक्ष्यों व बैंक रिकॉर्ड के आधार पर ज्ञात किया कि, उक्त घटनाक्रम में प्रार्थीया को रुपये अलग-अलग बैंक खातों में जाना पाया गया, जिस पर खाता धारक लेखराम निवासी लधासर जिला चुरु व साथियों को डिटेन किया जाकर पुछताछ की गयी, तो घटना का खुलासा हुआ, जिसमे अपराध को कारित करने में गेंग के प्रत्येक सदस्य की अलग-अलग भुमिका तय होती है गेंग के कुछ सदस्यों द्वारा टेलीग्राम पर लोगों से सम्पर्क किया जाकर बैंक खातों को किराये पर देने के लिए लुभावने ऑफर दिये जाते है, जिसमें कुछ लोग झांसे में आ जाते है, और टेलीग्राम पर दिये गये मोबाईल नम्बरों से सम्पर्क कर अभियुक्तों को अपने बैंक खातों की चैक बुक, एटीएम, खाते से लिंक सीम, मेल आईडी उपलब्ध करवा देते है, इन खातों को टीम के मुख्य सदस्यों के पास पहुंचा दिये जाते है, जहां खातों की ईकेवाईसी करवायी जाकर खातों को अपराध में उपयोग करने के लिए तैयार किया जाता है जिस खाते को उपयोग किया जाना होता है उस खाते के धारक को टीम के दुसरे सदस्य अपने पास में रखते है ताकि खाता धारक किसी भी तरिके से अपने खाते का उपयोग नहीं करे खाते में एक दिन करोडों रुपयों का लेनदेन किया जाता है, जब खाते कर कोई शिकायत दर्ज हो जाती है, तो खाते को छोड़ दिया जाता है इस तरीके से प्रकरण में कुल तीन अलग-अलग खातों को उपयोग किया गया है, जिसमें लाखों रुपयों को लेनदेन सामने आया है यह रुपया कहां से आया है व किसको भेजा गया है इस संबंध में रिकॉर्ड प्राप्त किया जाकर अनुसंधान जारी है, इस मामले में गाजियाबाद उतरप्रदेश, जयपुर, भीलवाडा से गैंग के सदस्यों को गिरफतार किया गया है जिनसे अग्रीम अनुसंधान जारी है प्रकरण में अन्य वाछींत अभियुक्तों की तलाश जारी है गठीत पुलिस टीमः- 1 वीना लोट पुलिस निरीक्षक 2. ईश्वर सिंह हैड कानि 3. सिद्वराज सिंह कानि.4. हेमेन्द्र सिंह कानि. 5. हितपाल सिंह कानि.
आम जनता से अपीलः किसी भी सोशियल मिडीया प्लेटफॉर्म पर बैंक खाते को किराये पर देने या वर्क फॉर्म हॉम के नाम से अपराधियों द्वारा दिये जा रहे लुभावने ऑफरों के झांसे में ना आये