केबल कटने से रेलवे सिग्नल सिस्टम फेल ,गर्मी में हजारों यात्री हुए परेशान
राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी-मोड़क स्टेशन के बीच सोमवार को सुबह 10 बजे रेल पटरी के प्वॉइंट फेल हो गए इसके चलते सिग्नल व्यवस्था भी बिगड़ गई। सिग्नल नहीं मिलने से ट्रेनों का संचालन ठप हो गया। इस दौरान ट्रेनों को अलग-अलग स्थानों पर रोका गया प्राप्त जानकारी के अनुसार दिल्ली-मुंबई रेलवे लाइन पर सोमवार सुबह कोटा जिले में रामगंजमंडी शहर के समीप रेलवे पटरियों के प्वॉइंट फेल होने से सिग्नल व्यवस्था फेल हो गई इससे ट्रेनों का संचालन ठप हो गया। करीब छह ट्रेनें रास्ते में ही अटक गई इससे हजारों यात्री परेशान होते रहे। शाम तक सिग्नल व्यवस्था सुचारू नहीं हो सकी थी सिग्नल फेल होने से रेलवे में हड़कंप मच गया। इसकी सूचना उच्चाधिकारियों को दी गई थोड़ी देर में ही रेलवे की टीम ने आकर मरम्मत कार्य शुरू किया इस दौरान इस रूट से गुजरने वाली दूसरी ट्रेनों को भी अन्य रेलवे स्टेशनों पर रोकना पड़ा दोपहर सिग्नल व्यवस्था सुचारू नहीं हो सकी ऐसे में मेमो सिग्नल के माध्यम से यहां से धीरे-धीरे ट्रेनों को निकाला गया। सबसे पहले सुपरफास्ट ट्रेनों को निकाला गया केबल कटने से सिग्नल फेल हो गई जिसे ठीक कर दिया गया है मरम्मत कार्य के दौरान ट्रेनों को कॉलिंग ऑन सिग्नल के माध्यम से निर्धारित कम गति से निकाला गया शाम को 4:30 बजे केबल सही होने से सिग्नल व्यवस्था सुचारू कर दी गई लम्बी दूरी की यह ट्रेनें हुई प्रभावित सिग्नल व्यवस्था बिगड़ने से सोमवार को यहां से गुजरने वाली सभी ट्रेनें प्रभावित हुई। अमृतसर-मुंबई स्वर्ण मंदिर मेल (12904) को करीब एक घंटे तक रामगंजमंडी से 2 किलोमीटर दूर खड़ा रखा। मुंबई-बरौनी अवध एक्सप्रेस (19037), इंदौर-जोधपुर रणथंभौर एक्सप्रेस (12465) के साथ रतलाम-कोटा लोकल, कोटा से रवाना हुई मेमू आदि ट्रेनों को रास्तों मं एक से तीन घंटे तक रोकना पड़ा। वहीं, अकलेरा-कोटा ट्रेन करीब दो घंटे तक जुल्मी-रामगंजमंडी के बीच खड़ी रही। इनके अलावा अन्य ट्रेनों को दूसरे स्थानों पर रोका गया इससे ट्रेनों मे सवार यात्री परेशान होते रहे।