मां के मरणोपरांत नेत्रदान संकल्पित पुत्र ने संपन्न कराया नेत्रदान तेज बुखार और बारिश में कोटा से भवानीमंडी पहुंची टीम ने लिया नेत्रदान
राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी हाड़ोती संभाग में नेत्रदान जागरूकता के लिए 13 वर्षों से अनवरत कार्य कर रही संस्था शाइन इंडिया फाउंडेशन के माध्यम से पूरे राजस्थान में ही नेत्रदान का कार्य प्रगति पर है भवानी मंडी से लगे हुए कस्बे पचपहाड़ की पूनम कॉलोनी निवासी यशवंत,मुकेश और देवेंद्र सिंह सोलंकी,की माताजी धनकुंवर बाई का आकस्मिक निधन हुआ कुछ माह पहले राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय ग्राम बनी में पीटीआई के पद पर कार्यरत देवेंद्र ने अपनी पत्नि बिंदु के साथ में अपनी वैवाहिक वर्षगांठ पर शाइन इंडिया फाउंडेशन के साथ नेत्रदान का संकल्प पत्र भरा था परिवार के सभी सदस्य तभी से नेत्रदान की प्रति जागरूक थे सुबह माता जी के निधन के उपरांत पड़ोसी सुनील राठौर की प्रेरणा पर देवेंद्र और परिवार के सभी सदस्य तुरंत ही नेत्रदान के लिए तैयार हो गए भवानीमंडी शाखा के संस्था के ज्योति मित्र कमलेश दलाल की सूचना पर कोटा में डॉ कुलवंत गौड़ को सूचना दी गई डॉ गौड़ का स्वास्थ्य उस समय ठीक नहीं था उसके बाद भी वह स्वंय अपने वाहन ज्योति रथ से तेज बारिश के 2 घंटे के सफर तय करके पचपहाड़ गांव में पहुंचे और परिवार के सभी सदस्यों के बीच में नेत्रदान की प्रक्रिया को संपन्न किया शाइन इंडिया फाउंडेशन को 110 वां नेत्रदान भवानीमंडी क्षेत्र से प्राप्त हुआ है जो कि पूरे झालावाड़ जिले में सबसे अधिक एवं कोटा संभाग में कोटा के बाद सर्वाधिक है पुत्र यशवंत मुकेश और देवेंद्र सिंह सोलंकी ने नेत्रदान टीम का आभार प्रकट करते हुए कहा कि माताजी का नेत्रदान करवा कर पूरे परिवार ने आत्मसंतोष को प्राप्त किया उनकी माता स्वयं भी भवानीमंडी के नेत्रदान कार्यक्रम से प्रभावित थी इसी भावना के साथ परिजनों ने उनके नेत्रदान का कार्य संपन्न कराया