रामगंजमंडी कोटा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक का बड़ा कारनामा आया सामने अंगूठा लगाने वाली महिला के नाम चेक बुक जारी कर ठगी बैंक की भूमिका भी संदिग्ध
राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी कोटा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक का बड़ा कारनामा आया सामने अंगूठा लगाने वाली महिला के नाम चेक बुक जारी कर ठगी की गई वहीं पुरे मामले में बैंक की भूमिका भी संदिग्ध नजर आ रही है पूरा मामला रामगंजमंडी क्षेत्र के ढाणी मानपुरा गांव की एक महिला के साथ ठगी कर बैंक खाते से पैसे निकालने का मामला सामने आया है महिला हीरा बाई ने रामगंजमंडी शहर के कोटा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के कर्मचारियों और अधिकारियों पर चेक से रुपए निकालने का आरोप लगाया है मामले में महिला ने मोड़क थाने में भी शिकायत दर्ज कराई है इसकी पुलिस जांच कर रही है पीड़ित महिला हीराबाई ने बताया कि दी कोटा सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक की रामगंजमंडी शाखा में सन 2016 में खाता खुलवाया था करीब 8 साल पहले पति का देहांत हुआ था क्लेम की 5 लाख रुपए की राशि बैंक खाते में जमा हुई थी सन 2017 में करीब दो बार जरूरत अनुसार कुछ पैसे बैंक जाकर निकलवाए इसके बाद तब से ही खाते में करीब 4 से 4.50 लाख रुपए की राशि जमा थी 8 जुलाई को पैसों की जरूरत के चलते बैंक पहुंचीं थी बैंक में जाकर पासबुक में एंट्री करवाई और साथ गए भतीजे को दिखाया तो खाते से 3 लाख रुपए गायब मिले इसकी बैंक कर्मचारियों और अधिकारियों को शिकायत की तो बैंक अधिकारियों ने चेक से पैसे निकलना बताया जबकि महिला का दावा है कि उसने चेक बुक जारी नहीं करवाई सबसे बड़ी बात तो यहां है कि महिला अनपढ़ है और हस्ताक्षर करना नहीं जानती है फिर बैंक ने चेक बुक कैसे जारी कर दी जो कई सवाल खड़े करती है वहीं बैंक अधिकारी द्वारा बताया गया दो चेक से 1.70 लाख रुपए निकाले पीड़ित महिला ने बताया- बैंक ने खाते में 2 चेक लगने की जानकारी दी गई है इस पर अंगूठे के निशान नहीं है हस्ताक्षर हो रखे हैं 70 हजार रुपए का एक चेक 8 अप्रैल को लगाया गया है जबकि दूसरा चेक 1 लाख रुपए का भरकर 14 मई को बैंक में लगाया है रुपए किसने निकाले यह बैंक का कोई भी अधिकारी और कर्मचारी जानकारी नहीं दे रहा है जब भी पूछते हैं एक ही जवाब होता है जांच कर रहे है इसके चलते महिला ने मोड़क थाने में मामले की शिकायत दर्ज करवाई है मोड़क एसएचओ योगेश शर्मा ने कहा शिकायत के आधार पर जांच की जा रही है दी कोटा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के सीनियर मैनेजर शशि शेखर ने बताया कि बैंक के प्रधान कार्यालय से चार लोगों की हाई लेवल टीम बनाई गई है जो पूरे मामले की जांच कर रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी बैंक कर्मचारियों की भी यदि कोई मिली भगत सामने आई तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई होगी वहीं राजस्थान धड़कन के रिपोर्टर द्वारा जब यह पूछा गया कि बिना हस्ताक्षर वाले को चेक बुक जारी नहीं होती जिसका बैंक अधिकारी भी संतोषजनक जवाब नहीं दे पाए