ग्राम विकास योजना को सशक्त कर बाल हितैशी पंचायत का लक्ष्य पूरा हो सकता है- डॉ. बोहरा
राजस्थान धड़कन न्यूज योगेश जोशी उदयपुर सतत् विकास एक ऐसी प्रकिया है जिसमें यह सुनिश्चित किया जाता है कि वर्तमान पीढी की आवश्यकताओं को पूरा करने के साथ भावी पीढी की आकांक्षाओ और आवश्यकताओ को भी केन्द्र में रखा जाए भारत द्वारा सतत् विकास लक्ष्यों के 17 बिन्दुओ में बच्चो हेतु भी काफी प्रयास किए जा रहे है इसी का एक महत्त्वपूर्ण कार्य बाल हितैशी पंचायत है जिनके जी.पी.डी.पी. (ग्राम विकास योजना) में विभिन्न लक्ष्य रखे गए है प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर इस योजना के निर्माण हेतु पंचायती राज तंत्र के साथ स्थानिय समुदाय एंव स्वयं सेवी संस्थाओ की महत्ती भूमिका है इस दिशा में राजस्थान चाइल्ड एडवाइजरी ग्रुप (आर.-केग.) द्वारा प्रदेश की विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओ को एक मंच पर लाकर प्रशिक्षित कर जो प्रयास किया जा रहा है वह सराहनिय है ग्राम विकास योजना को मजबुत एंव सहभागिता के साथ बनाकर हम निश्चत् ही बाल मित्र पंचायत एंव समाज का सपना पूरा कर सकते है उक्त विचार बाल मित्र पंचायत विषय पर राजस्थान चाइल्ड एडवाइजरी ग्रुप एंव गायत्री सेवा संस्थान उदयपुर के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित राज्य स्तरीय कार्यशाला के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में सम्बोधित करते हुए सेवा निवृत भारतीय प्रशासनिक अधिकारी एंव विषय विशेषज्ञ डॉ. सुमति लाल बोहरा ने व्यक्त किए इस अवसर पर कार्यशाला के मुख्य वक्ता यूनिसेफ राजस्थान के समाजिक पाॅलिसी विशेषज्ञ शफकत हुसैन ने राजस्थान सरकार द्वारा बाल मित्र पंचायत हेतु जारी विभिन्न आदेशो एंव पाॅलिसी की जानकारी देते हुए आगामी 2 अक्टूम्बर से होने वाली ग्राम सभाओ से जुडे मुद्दो पर प्रकाश डाला इस अवसर पर राजस्थान बाल आयोग राजस्थान सरकार के पूर्व सदस्य एंव बाल अधिकार विशेषज्ञ डॉ. शैलेन्द्र पण्ड्या ने समेकित बाल संरक्षण योजना एंव भारत सरकार के मिशन वात्सल्य की जानकारी देतु हुए स्वयं सेवी संस्थाओ की भूमिका पर प्रकाश डाला कार्यशाला में सन्दर्भ व्यक्ति के रूप में यूनिसेफ सलाहकार विक्रम सिंह राधव ने पी.पी.टी. के माध्यम से पंचायती राज व्यवस्था की जानकारी देते हुए सतत् विकास लक्ष्यो की जानकारी दी आर. केग. के अध्यक्ष एंव शिक्षाविद् डाॅ. शरदचन्द्र पुरोहित ने राजस्थान चाइल्ड एडवाजरी ग्रुप की जानकारी देते हुए बताया कि यह प्रदेश का पहला संयुक्त मंच है जहाॅ विभिन्न संगठनो सहित सेवानिवृत्त अधिकारी, विशेषज्ञ एक साथ मिलकर बच्चो के हितो एंव संरक्षण हेतु प्रयासरत है कार्यशाला के समापन मे अतिथि के रूप मे समाजसेवी एंव समीधा संस्थान के संस्थापक चन्द्रगुप्त सिंह चैहान ने आर. केग. की पहल की सराहना के साथ उदयपुर में पंचायत स्तर पर कार्य करते हुए माॅडल निर्माण की बात कही कार्यशाला मे जिला आयोजना अधिकारी, जिला परिषद पुनित शर्मा शिव शिक्षा समिति टोंक के संस्थापक शिवजी राम यादव बाल रक्षा भारत के सहायक प्रबन्धक गजेन्द्र गोयल यूनिसेफ सलाहकार धमेन्द्र कुमार ने भी अपने सुझाव एंव विचार प्रकट किए कार्यशाला के अन्त में प्रदेश बाल अधिकारो के लिए सराहनिय कार्य करने वाली ग्राम पंचायतो जीराना प.स.पिपलू जिला टोंक के संरपच पंकज शर्मा सलुम्बर जिले के चिबोडा ग्राम पंचायत के नारा मीणा को सम्मानित किया गया
कार्यशाला में प्रदेश के विभिन्न जिलों में बच्चो के लिए प्रयासरत स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि जिला परिषद अधिकारी यूनिसेफ प्रतिनिधी सक्रिय पंचायतो के जन प्रतिनिधी सहित राजस्थान चाइल्ड एडवाइजरी ग्रुप के सदस्य उपस्थित रहे कार्यशाला का संचालन एंव ग्रुप कार्य गायत्री संस्थान के समन्वयक नितिन पालिवाल ने किया