श्रीकृष्ण और रुक्मिणी विवाह के प्रसंग पर श्रद्धालुओं ने बरसाए फूल*
राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी घाटिया परिवार (सोहन खेड़ा वाले) एवं क्षेत्र वासियों की ओर से श्री पूर्ण कामेश्वर महादेव मंदिर सुखदेव नगर रामगंजमंडी में भागवत कथा आयोजित की जा रही है भागवत के विभिन्न प्रसंगों का वर्णन करते हुए छठे दिवस कथा वाचक वन्दना शर्मा ने पूर्णकमेश्वर मंदिर में चल रही श्रीमद् भागवत कथा में छठे दिन श्री कृष्ण और रुक्मणि का विवाह बड़े ही धूमधाम से मनाया गया विवाह उत्सव के दौरान प्रस्तुत किए गए भजनों के दौरान श्रद्धालु अपने आप को रोक नहीं पाए और जमकर नाचे कथा व्यास वंदना शर्मा ने कहा कि रुक्मणि भगवान की माया के समान थीं रुक्मणि ने मन ही मन यह निश्चित कर लिया था कि भगवान श्री कृष्ण ही मेरे लिए योग्य पति हैं लेकिन रुक्मिणी का भाई रूकमी श्रीकृष्ण से द्वेष रखता था इससे उसने उस विवाह को रोक कर शिशुपाल को रुक्मिणी का पति बनाने का निश्चय किया इससे रुक्मिणी को दुःख हुआ उन्होंने अपने एक विश्वासपात्र को भगवान श्री कृष्ण के पास भेजा साथ ही अपने आने का प्रयोजन बताया इसके बाद श्री कृष्ण जी विदर्भ जा पहुंचे उधर रुक्मणी का शिशुपाल के साथ विवाह की तैयारी हो रही थी परंतु उनकी प्रार्थना का असर हुआ और श्री कृष्ण का विवाह रुक्मणी के साथ हुआ कथा सुनने आए सैकड़ों श्रद्धालुओं भगवान श्री कृष्ण व रुक्मणी जी की झांकी के दर्शन किये कथा में सैकड़ों श्रद्धालुओं की भीड़ रही श्रद्धालु ने आतिशबाजी भी की