preloader-logo
Close
February 12, 2025
Uncategorized

ब्रह्माकुमारी केंद्र की द्वितीय वर्षगांठ और पुण्य स्मृति दिवस* 

Share

राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी स्थित ब्रह्माकुमारी केंद्र पर ब्रह्माकुमारी संस्था की संस्थापक मातेश्वरी जगदम्बा के पुण्य स्मृति दिवस के साथ साथ सेंटर के 2 साल पूरे होने की खुशी में ब्रह्माभोजन का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य रूप से संस्था के कोटा संभाग की प्रभारी ब्रह्माकुमारी उर्मिला दीदी, व ब्रह्माकुमारी ज्योति दीदी(वल्लभनगर,कोटा), ब्रह्माकुमारी रजनी दीदी(गोपालविहार,कोटा), ब्रह्माकुमारी लक्ष्मी दीदी(नयापुरा,कोटा) ब्रह्माकुमारी ज्योति दीदी(सांगोद), ब्रह्माकुमारी नीलू दीदी(छाबड़ा),

ब्रह्माकुमारी सीमा दीदी ब्रह्माकुमारी सरस्वती दीदी(दादाबाड़ी,कोटा) व अन्य सभी कोटा संभाग के केंद्रों से पधारी ब्रह्माकुमारी बहनों के साथ उनके सेंटर के भाई बहनें भी शामिल हुए। और मंगलम सीमेंट से बजरंग लाल जी (एवीपी) मुख्य अथिति के रूप में पधारे कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई बीके उर्मिला दीदी ने मातेश्वरी जगदम्बा जी के जीवन से मिलने वाली प्रेरणाओं व उनकी विशेषताओं से सभी को अवगत करवाते हुए कहा “की मातेश्वरी जी के लिए स्वयं परमात्मा शिव ने अपने महावाक्यों में ये शब्द कहे हैं की यही वो जगदम्बा है जिनकी पूजा सारा विश्व कर रहा है ये सभी की मनोकामनाएं पूरी करने वाली दैवी है। और उनकी सबसे बड़ी विशेषता यह रही की उन्होंने सभी आत्माओं की पालना मां के रूप में की इसीलिए खुद उनकी मां और उनसे आयु में सभी बड़े संस्था के सदस्य भी उन्हें मम्मा कहकर बुलाते थे।”इतना ही नहीं सभी ब्रह्माकुमारी बहनें जो मंच आसीन थी साक्षात शिव शक्ति का रूप दिखाई पड़ रही थी जिन्होंने लगभग आधा घंटा सभी भाई बहनों को योगयुक्त होकर परमात्म वरदान अपनी दृष्टि के द्वारा प्रदान किए जिससे पूरे प्रांगण में उपस्थित सभी सदस्य शांति और आनंद की अनुभूति कर रहे थे। इसके पश्चात् उसी योगयुक्त स्थिति में मातेश्वरी जी को भोग स्वीकार करवाया गया। और सभी बहनों ने केक कटिंग कर सेंटर की द्वितीय वर्षगांठ मनाई। बच्चों के द्वारा सांस्कृतिक व मम्मा को समर्पित करने वाले कुछ सुंदर नृत्यों की प्रस्तुति दी।सभी आए हुए अथितियोंं को सौगात भेंट की गई। अंत में सभी ने ब्रह्माकुमारी उर्मिला दीदी से वरदान कार्ड व तिलक लेकर ब्रह्माभोजन स्वीकार किया जो ब्रह्माकुमारी बहनों के द्वारा परमात्मा की याद में योगयुक्त होकर बनाया गया था।


Share