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April 18, 2025
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शहर में गूंजने लगे हाथी-घोड़ा-पालकी… जन्माष्टमी को लेकर मंदिरों में सजने लगे भगवान के झूले बच्चे बने राधा कृष्ण

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राजस्थान धड़कन न्यूज़ रवि जोशी रामगंजमंडी राखी के बाद सबसे बड़ा पर्व श्रीकृष्ण जन्माष्टमी है हाथी घोड़ा पालकी जय कन्हैया लाल की राधे-राधे राधे-राधे के जयकारे मंदिरों में गूंजने लगे हैं सभी मंदिरों में जन्माष्टमी की तैयारी शुरू हो चुकी है वहीं भगवान के श्रृंगार की विशेष सामग्री गोवर्धन नाथ मंदिर पर लगने वाली दुकान पर मिलने लगी है भगवान के विशेष झूले इस बार आकर्षण का केंद्र है श्रृंगार सामग्री भी कई प्रकार की बाजार में उपलब्ध है जन्माष्टमी को लेकर भगवान के हर वस्त्र और श्रृंगार के समान बाजार में मौजूद हैं इसमें भगवान के हार, बांसुरी, शूज, पालकी झूले अलग-अलग तरीके के मौजूद हैं गुजरात से लेकर वृंदावन तक से श्रृंगार के अलग-अलग लड्डू गोपाल जन्माष्टमी पर वस्त्र और सामग्री मंगाई गई है माखन भोग और मिश्री के साथ में पंजीरी प्रसाद की व्यवस्था शुरू कर दी गई है कहीं मटकी फोड़ प्रतियोगिता होगी तो कहीं कृष्ण राधा बनो प्रतियोगिता होगी बाजार भी जन्माष्टमी से सजने लगे हैं मंदिरों के साथ-साथ बाजारों में भी जन्माष्टमी का विशेष उत्सव मनाया जा रहा है वहीं मोड़क में राधा कृष्ण मंदिर शहर में स्थित गोर्वधन नाथ मंदिर और जुल्मी रोड़ स्थित मंदिर पर जन्माष्टमी का मेला जैसी तैयारी भी शुरू हो चुकी है वहीं रात 8 बजे से भगवान के जन्म तक महिला मंडल भक्तों और ग्रुप एवं साउंड द्वारा भजनों की प्रस्तुति दी जाएगी रात 12 बजे भव्य आतिशबाजी कर भगवान का जन्म उत्सव मनाया जाएगा जिसके पश्चात महाआरती कर प्रसाद वितरण किया जाएगा मंदिर परिसर को भव्य विद्युत साज के साथ सजाया जाएगा श्री कृष्ण जन्मोत्सव के सभी कार्यक्रमों को सुचारू रूप से संपन्न करने के लिए विभिन्न उप समितियां का गठन किया गया वहीं त्योहार को लेकर पुलिस स्टेशन भी अलर्ट मोड पर है


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